Berojgari ki samasya par nibandh: हेलो, आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे बेरोजगारी की समस्या पर निबंध। बेरोजगारी हमारे भारत में एक बहुत ही बड़ा मुद्दा है। आजकल की जो हमारी युवा पीढ़ी है उन्हें बेरोजगारी और रोजगार के बारे में अच्छे से पता होना ही चाहिए। आज के इस पोस्ट में हम भारत में बेरोजगारी की समस्या (Bharat mein berojgari ki samasya par nibandh) तथा शिक्षित बेरोजगारी की समस्या पर निबंध (Shikshit berojgari ki samasya par nibandh) के बारे में बात करेंगे।
अगर हम बेरोजगारी (Berojgari ki samasya par nibandh) के बारे में अच्छे से जान लेते हैं तो भविष्य में आने वाले करियर और नौकरी जैसी चिंताओं से मुक्त होने के लिए खुद की सहायता कर सकते हैं। अगर हम बेरोजगारी के मुख्य कारण को जान लेंगे तो हो सकता है कि हमें आगे चलकर भविष्य में बेरोजगारी न झेलनी पड़े। तो बेरोजगारी पर निबंध के बारे में (Bharat me berojgari ki samasya par nibandh) अच्छे से जानने के लिए आखिरी तक हमारे पोस्ट पर बने रहे।
Also Read>>>>>>
प्रशांत किराड बायोग्राफी इन हिंदी
सुमित्रानंदन पंत का साहित्यिक परिचय
विद्यार्थी जीवन और अनुशासन पर निबंध
Berojgari Ki Samasya Par Nibandh | बेरोजगारी की समस्या पर निबंध
Berojgari ki samasya par nibandh: आप सबको पता ही होगा कि बेरोजगारी अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य का एक मुख्य कारण है। अगर देश भारत हो या फिर कोई अन्य बेरोजगारी का मुद्दा सबसे बड़ा मुद्दा है। यही वजह है कि कई बार स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को बेरोजगारी की समस्या पर निबंध (Berojgari ki samasya par nibandh) लिखने को दिया जाता है ताकि उन्हें बेरोजगारी के बारे में सही तरीके से पता हो। अगर हम दूसरे देश को छोड़कर सिर्फ भारत की बात करें तो बेरोजगारी भारत में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है।
भारत में अगर कोई व्यक्ति नौकरी ढूंढने जाता है तो उसे नौकरी ढूंढने में काफी समस्याएं आती है या फिर उसे नौकरी मिलती ही नहीं है। भारत में कई लोगों को इस बात की परेशानी है कि उनके पास नौकरी नहीं है, उनका घर परिवार नहीं चल रहा, वह अपने परिवार के बुरे वक्त में उनके साथ नहीं दे पा रहे हैं इत्यादि। भारत में बढ़ती हुई बेरोजगारी का कारण (Berojgari ke karan) हम भारत में बढ़ती हुई आबादी को मान सकते हैं लेकिन इसके अलावा भी बेरोजगारी के कुछ मुख्य कारण है।
अगर हम बेरोजगारी के मुख्य कारण के बारे में खुलकर बात करें तो उनमें नौकरी के विकल्पों की कमी, लोगों को कौशल काम न मिलाना तथा नियुक्ताओं को उनकी आवश्यकता के लिए कोई मेल का व्यक्ति न मिलाना यह कारण भी बहुत ही गंभीर है। भारत की सरकार भी कई तरह से कोशिश कर रही कि लोगों को अधिक से अधिक नौकरियां दी जाए। अगर हम भारत सरकार द्वारा दी गई परिणाम की बात करें तो उनमें आता है महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम और दूसरा है प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना।
Bharat Mein Berojgari Ki Samasya Par Nibandh | भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध
Bharat mein berojgari ki samasya par nibandh: भारत सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि वह देश में हर गांव-गांव तक रोजगार पहुंच पाए और जो भी नौकरी की तलाश कर रहे हैं उनमें से अधिक से अधिक लोगों को नौकरी दी जाए। अगर हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात करें तो उन्होंने कहा है कि देश को बेरोजगारी किसे बचाने के लिए हमें लोगों के कौशल को विकसित करना होगा तथा लोगों को अपने ऊपर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। जिस तरह से भारत की आबादी बढ़ रही है यह बहुत ही ज्यादा गंभीर मुद्दा है बेरोजगारी का जिससे सिर्फ एक- दो नहीं बल्कि लाखों लोग प्रभावित होंगे और हो भी रहे हैं।
हमारे देश में कई लोगों को नौकरी चाहिए हर व्यक्ति काम की तलाश में है लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिल पाती। नौकरी मिलती भी है तो आसानी से नहीं मिलती जिसकी वजह से देश के हर एक कोने में गरीबी और सामाजिक अशांति फैली हुई है। भारत में बढ़ रही बेरोजगारी का मुख्य कारण है सिर्फ नौकरी के लिए मिलने वाले अवसरों का ना होना। हमारे देश भारत में अर्थव्यवस्था काफी कम तेजी से नहीं बढ़ रही है।
कुछ उद्योग ऐसे हैं जिन्हें अधिक निवेश करने की जरूरत है या फिर नौकरियों के लिए बेहतर शिक्षा और प्रशिक्षण की जरूरत है। हम सब जानते हैं कि भारत की आबादी बहुत ही तेजी से बढ़ रही हैइसलिए नौकरी का मिलना बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो गया है। लेकिन भारत में गरीबी ना बढ़े इसके लिए हर एक व्यक्ति के पास नौकरी होना काफी जरूरी है। अगर हम बेरोजगारी के दूसरे कारण की बात करें तो वह है मौजूद कौशल और नियुक्ता के बीच कोई मेल नहीं है।
भारत में (Bharat me berojgari ki samasya par nibandh) अगर किसी व्यक्ति को नौकरियां चाहिए तो उन्हें एक अच्छी क्वालिफिकेशन की जरूरत है और अच्छे कौशल सीखने की जरूरत है। भारत में हर एक व्यक्ति को अधिक शिक्षा प्राप्त करने की आवश्यकता है जिसकी वजह से उन्हें काम ढूंढने में कठिनाई नहीं आएगी। व्यक्ति कई जगह अगर नौकरी लेने जाता है तो उनसे विशिष्ट कौशल के बारे में बात की जाती है और उनके पास विशिष्ट कौशल ना होने की वजह से उन्हें वह नौकरी नहीं मिल पाती।
ऐसा नहीं है कि भारत सरकार इसके लिए कोई काम नहीं कर पा रही। भारत सरकार भी कई तरह सी कोशिश कर रही कि हर एक व्यक्ति के पास रोजगार हो। चाहे वह विभिन्न कार्यक्रम हो, नीतियां हो, निवेश हो या फिर शिक्षा हो हर तरफ से भारत सरकार बेरोजगारी को दूर करने की कोशिश कर रही है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कौशल प्रदान करने के लिए कौशल विकास योजना जैसे अभियान को भी शुरू किया है।
कौशल विकास योजना अभियान में 3 महीने तक लोगों को ट्रेनिंग दी जाती है। इसके अलावा भारत सरकार कई तरह के अलग-अलग आयोजन करती रहती है जिसकी वजह से हर व्यक्ति के पास रोजगार हो और कोई भी बेरोजगारी की वजह से परेशान ना हो। भारत सरकार कई तरह से कोशिश कर रही कि वह बेरोजगारी को मिटा पाए लेकिन हर व्यक्ति को भी कोशिश करना चाहिए कि उनके पास नए कौशल हो। चलिए बेरोजगारी के बारे में (Berojgari ki samasya par nibandh) और अच्छे से जानते हैं।
Shikshit Berojgari Ki Samasya Par Nibandh | शिक्षित बेरोजगारी की समस्या पर निबंध
हमने आपको कुछ जानकारी दी है बेरोजगारी के बारे में चलिए (Shikshit Berojgari Ki Samasya Par Nibandh) इसके बारे में और जानते हैं :
Preface | प्रस्तावना
बेरोजगारी हमारे भारत के लिए एक बहुत ही बड़ी सामाजिक और आर्थिक चुनौती है। अगर कोई व्यक्ति अपनी आजीविका बनाए रखने के लिए सही ढंग से रोजगार की तलाश करता है तो बेरोजगारी को मिटने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।
अगर आप एक सही रोजगार की तलाश करते हैं तो आपको ज्यादा समस्या नहीं आएगी लेकिन हम ऐसा भी कह सकते हैं कि जैसे-जैसे हमारे देश की जनसंख्या बढ़ती जाएगी वैसे ही हमारे देश में बेरोजगारी भी बढ़ती जाएगी। हमें हमारे देश में बेरोजगारी जैसी समस्या से निपटने के लिए आर्थिक संरचनाओं, तकनीकी बदलाव और नीति ढांचे की जानकारी जरूर होनी चाहिए।
Understand Unemployment | बेरोजगारी को समझें
बेरोजगारी बस कहने के लिए एक शब्द नहीं है बल्कि बेरोजगारी इस देश के विकास को धीमा करने के लिए बहुत ही काफी है। अगर किसी व्यक्ति के पास नौकरी ना हो तो इससे और भी ज्यादा समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। अगर किसी व्यक्ति के पास रोजगार न हो तो वह अपना पालन पोषण करने के लिए कोई ना कोई कदम जरूर उठाएगा। बिना रोजगार के व्यक्ति हो सकता है कि देश को नुकसान पहुंचा तथा वह गलत कदम उठा ले अपना पालन-पोषण करने के लिए।
भारत में बढ़ रही बेरोजगारी की वजह से आज कई सारे युवाओं को अपराध की ओर जाना पड़ रहा है वह गलत कदम उठाने पर मजबूर हो जाते हैं जिसके परिणाम को भी उन्हें भुगतना पड़ता है। आज बेरोजगार ना होने की वजह से ही हमारे भारत देश में चोरी, डकैती और अपहरण जैसे अपराधों की वृद्धि लगातार हो रही है। अगर हम भारत देश में इन अपराधों को कम करना चाहते हैं तो हमें हर एक युवा के पास रोजगार उपलब्ध कराना ही होगा।
Types Of Unemployment | बेरोजगारी के प्रकार
भारत में बस एक तरह की बेरोजगारी नहीं है बल्कि इसके कई प्रकार मौजूद है। हमारे भारत में बस नौकरी न होने की स्थितियां शामिल नहीं है बल्कि यहां के क्षेत्र में लोग कई तरह से कम कर रहे हैं। बेरोजगारी के कई प्रकार होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं:
छिपी हुई बेरोजगारी
मौसमी बेरोजगारी
खुली बेरोजगारी
तकनीकी बेरोजगारी
संरचनात्मक बेरोजगारी
चक्रीय बेरोजगारी
शिक्षित बेरोजगारी
अल्प रोजगार
घर्षणात्मक बेरोजगारी
दीर्घकालिक बेरोजगारी
आकस्मिक बेरोजगारी
Berojgari Ke Karan | बेरोजगारी के कारण
भारत लगातार बेरोजगारी जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है तेजी से बढ़ रही जनसंख्या भारत में बेरोजगारी का मुख्य कारण है। बढ़ती हुई बेरोजगारी की वजह से काफी लोगकाम की तलाश में भटक रहे हैं जिसकी वजह से नौकरियों को मिलने में भी परेशानी आ रही है। भारत में बढ़ रही बेरोजगारी की स्थिति की वजह से युवाओं के बीच काफी देर तक गरीबी फैल सकती है। भारत को बेरोजगारी से बचाना है तो सबसे पहलेजनसंख्या में कमी लानी होगी यानि की जनसंख्या को बढ़ने से रोकना होगा।
अगर हम चाहते हैं कि भारत में हर व्यक्ति के पास रोजगार हो तो उसके लिए स्टार्टअप इंडिया योजना को बढ़ावा देना काफी ज्यादा जरूरी हो गया है। अगला कारण है शिक्षा की कमी होना। भारत के ही स्कूल और कॉलेज में कई शिक्षक पुराने पाठ्यक्रम को ही पढ़ाते हैं यही वजह है कि मौजूदा नौकरी के अनुरूप विद्यार्थी तैयार नहीं हो पाते। आज के इस हमारे दुनिया में तकनीकी कौशल का सबसे ही अधिक महत्व है इसलिए युवाओं को हमेशा से ही उनके शुरुआती दिनों से तकनीकी शिक्षा प्रदान करने की आवश्यकता है।
अगर छात्रों को सही समय पर तकनीकी शिक्षा प्राप्त हो जाएगी तो उनकी आर्थिक तंगी दूर हो जाएगीतथा उन्हें काफी आसानी से नौकरी भी मिल जाएगी। जिस तरीके से अर्थव्यवस्था धीमी गति से बढ़ रही है वैसे नौकरियां किसी को भी प्राप्त नहीं हो सकतीयही वजह है कि आज भारत देश में बेरोजगारी की समस्या बढ़ती चली जा रही है। अगर हम भारत में पढ़ रही बेरोजगारी की समस्या को दूर करना चाहते हैं तो सरकार को इसमें आर्थिक विकास को बढ़ाने के तरफ कार्य करनी चाहिए, रोजगार के अधिक अवसर को बढ़ाने के लिए उससे जुड़े कार्य करने चाहिए।
आज भारत में खेती करने वाले किसान भी परेशान है। खेती जैसी व्यवस्थाओं पर भारत सरकार का कार्य बेरोजगारी में काफी बड़ा योगदान दे सकती है क्योंकि यह गतिविधियां बस कुछ समय के लिए नौकरियां प्रदान करती हैं। इसके अलावा भारत सरकार को औद्योगिक क्षेत्र में भी वृद्धि लानी होगी और कुटीर उद्योग के गिरावट में नौकरी की अवसरों को भी शामिल करना होगा। भारत में बेरोजगारी को कम करने के लिए जरूरी है कि हम हर क्षेत्र में वृद्धि लाए।
हमारे भारत देश में बेरोजगारी और रोजगार के मुकाबले में हर क्षेत्र में बढ़ावा मिलना जरूरी है जिसकी वजह से अधिक रोजगार की संभावनाएं पैदा होती हैं और सरकारी समर्थन की भी आवश्यकता होती है। अगर किसी व्यक्ति के पास नौकरी ना हो तो लोग अपनी जरूरत पूरा करने के लिए गलत कदम ही उठाएंगे इसके अलावा उनके पास कोई कार्य नहीं बचेगा। अगर हमारे देश से बेरोजगारी कम हो जाती है तो हमारे देश से अपराध और गरीबी भी बहुत ही आसानी से दूर हो जाएगी।
Result Of Unemployment | बेरोजगारी के परिणाम
अभी हमारे भारत देश में जो स्थिति चल रही है अगर वैसी चलती रहे तो बेरोजगारी से बड़ी कोई समस्या नहीं है। बेरोजगारी अर्थव्यवस्था के लिए कई सारी समस्याएं लेकर आती है जिसकी वजह से गरीबी में वृद्धि होती है और अपराध बढ़ते चले जाते हैं। बस इतना ही नहीं श्रमिकों के साथ गलत व्यवहार किया जाता है, राजनीतिक अस्थिरता बनी रहती है, लोगों के मासिक स्वास्थ्य में मूल्यवान कौशल का नुकसान होता है। यह सभी कारक मिलकर अंत समय में राष्ट्र के नुकसान का कारण बन जाएंगे।
Unemployment / Berojgari Ke Upay | बेरोजगारी का उपाए
आज के इस पूरे पोस्ट में हमने बेरोजगारी और समाज में बढ़ रहे तो उसे प्रभाव के बारे में जाना है। अब हम बेरोजगारी से छुटकारा पाने के उपाय के बारे में जानेंगे जिसके तरफ हम कदम उठाकर बेरोजगारी से मुक्त हो सकते हैं।
अगर आपको नहीं पता तो बता दे कि भारत सरकार ने देश में बेरोजगारी को कम करने के लिए बहुत सारी योजनाओं को शुरू किया है।
भारत सरकार की योजनाएं सिर्फ केंद्र को लेकर ही नहीं बल्कि राज्य स्तर तक पहुंचाई गई है।
हमारे भारत देश के बेरोजगारों को इन योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्रदान की जाती है।
विभिन्न पतलू की मदद से बेरोजगारी के संबंध में जनता को योजनाओं तक पहुंचने के लिए मदद की जाती है।
हमें यह नहीं बोलना चाहिए कि भारत की बढ़ती जनसंख्या ही भारत में बेरोजगारी का मुख्य कारण है अगर इसे रोक दी जाएगी तो बेरोजगारी भी कम हो जाएगी।
अगर सरकार को किसी चीज पर काम करना चाहिए तो जनसंख्या को रोकने पर काम करना चाहिए।
स्वरोजगार से जुड़ी हुई काफी योजनाएं मौजूद है इससे अगर व्यक्ति चाहे तो वह स्वरोजगार को शुरू करके हर एक व्यक्ति तक रोजगार पहुंचा सकता है।
सरकार ने जिन योजनाओं को शुरू किया है उसके ऊपर कार्य करें।
सरकार से आर्थिक सहायता लेकर अपना कार्य शुरू करें जिससे बेरोजगारी मिट सकती है।
अगर आप बेरोजगारी को मिटाना चाहते तो जरूरी है कि शिक्षा से डिग्री के लिए ना पाए बल्कि आपके पास प्रैक्टिकल ज्ञान भी मौजूद होना चाहिए।
निष्कर्ष
भारत में बढ़ रही अर्थव्यवस्था में बेरोजगारी की समस्या (Berojgari ki samasya par nibandh) काफी अधिक चरण तक पहुंच चुकी है। अगर हम अच्छी बातों की तरफ ध्यान दें तो बेरोजगारी को मिटाने के लिए हर क्षेत्र में सरकार अपना सहयोग दे रही है। सरकार गंभीरता से बेरोजगारी को मिटाने के लिए काम कर रही है। हमें बस जरूरत है तो अच्छी तरह से शिक्षा पाने की जिसकी वजह से हमें आसानी से नौकरी मिल जाए। उम्मीद है आपको हमारी (Bharat mein berojgari ki samasya par nibandh) पोस्ट अच्छी लगी होगी ऐसे ही पोस्ट के बारे में जानने के लिए Info In Hindi के साथ जुड़े रहे।
FAQ | पूछे जाने वाले प्रश्न
बेरोजगारी की समस्या क्या है?
बेरोजगारी वह स्थित है जिसमें हर व्यक्ति मजदूरी भी करना चाहे लेकिन उसे काम ना मिले। जब हर व्यक्ति काम की तलाश में इधर-उधर भटकता है लेकिन उसे कहीं नौकरी नहीं मिलती उस स्थिति को बेरोजगारी कहा जाता है।
भारत में बेरोजगारी के प्रमुख कारण कौन कौन से हैं?
भारत में बढ़ रही बेरोजगारी के मुख्य कारण की बात करें तो वह है बढ़ती हुई जनसंख्या, जरूरत के हिसाब से शिक्षा ना मौजूद होना, कौशल विकास की कमी और धीमी आर्थिक वृद्धि है।
भारत में बेरोजगारी की मुख्य समस्या क्या है?
भारत में बेरोजगारी एक मुख्य समस्या है लेकिन अगर हम बेरोजगारी की मुख्य समस्या की बात करें तो वह है जाति व्यवस्था, आर्थिक विकास चुनौतियां, बढ़ती हुई जनसंख्या, किसानों की परेशानी, कम बचत इत्यादि।
बेरोजगारी के बुरे प्रभाव क्या हैं?
बेरोजगारी के बुरे प्रभाव है बेईमानी, अनैतिकता, आलसीपना, डकैती इत्यादि। इसकी वजह से समाज में परेशानियां होती हैं और सरकार के कानून और व्यवस्था पर भारी प्रभाव भी पड़ता है।
भारत में बेरोजगारी कितने प्रकार की है?
अगर हम भारत की बेरोजगारी के बात करें तो यह मुख्य रूप से तीन प्रकार के हैं जिनमें शामिल है चक्रीय बेरोजगारी, संरचनात्मक बेरोजगारी और घर्षणात्मक बेरोजगारी। चक्रीय बेरोजगारी तब होती है जब अर्थव्यवस्था में गिरावट होती है और संरचनात्मक बेरोजगारी तब होती है जब नौकरियों के लिए आवश्यक कौशल ना मौजूद हो।